मौसम तो बहारों का है
रिम झिम फुहारों का है
इश्क के इशारों का है
दिलकश नजारों का है
पर ये दिल आज भी
तेरी राह ही ताकता है
रिम झिम फुहारों का है
इश्क के इशारों का है
दिलकश नजारों का है
पर ये दिल आज भी
तेरी राह ही ताकता है
तुझे पल पल हर पल
मुखातिब चाहता है
बड़ा उदास सा रहता है
न किसी से कुछ कहता है
न किसी की सुनता है
तेरे ही तबस्सुम में
खयालो में खोया रहता है
क्यों बिन तेरे चैन नही
सुकून नही पाता है ये
क्या रिश्ता है तुमसे जो
आज भी निभाता है ये
क्या रिश्ता है तुमसे जो
आज भी निभाता है ये !!
मुखातिब चाहता है
बड़ा उदास सा रहता है
न किसी से कुछ कहता है
न किसी की सुनता है
तेरे ही तबस्सुम में
खयालो में खोया रहता है
क्यों बिन तेरे चैन नही
सुकून नही पाता है ये
क्या रिश्ता है तुमसे जो
आज भी निभाता है ये
क्या रिश्ता है तुमसे जो
आज भी निभाता है ये !!
8 comments:
कोई तो रिश्ता है...शायद उस रिश्ते का नाम "अनाम" है।
सादर
@yashwant ji...
bilkul shayd "anaam" hi ho...par anaam shabd khud me hi naam liye hue hain!! :)
बहुत सुंदर भावनायें और शब्द भी ...
बेह्तरीन अभिव्यक्ति .
http://madan-saxena.blogspot.in/
http://mmsaxena.blogspot.in/
http://madanmohansaxena.blogspot.in/
क्या रिश्ता है तुमसे जो
आज भी निभाता है ये !!मन के भावो को खुबसूरत शब्द दिए है अपने.....
@madan ji ....
thank u sir!! :)
@sushma ji ...
thnkss !! :)
तुझे पल पल
हर पल मुखातिब चाहता है
बड़ा उदास सा रहता है
कुछ अलग सा....
और रिश्ता भी और अनाम भी
सादर
प्रतीक्षारत
http://nayi-purani-halchal.blogspot.com/,
http://yashoda4.blogspot.in/,
http://4yashoda.blogspot.in/,
http://yashoda04.blogspot.in/
@yashoda ji ...
dhanyawaad !!
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