हर आरजू अधूरी,हर तमन्ना अधूरी
कुछ हम अधूरे,कुछ हमारी कहानी अधूरी
चाँद को पाने की मेरी चाहत अधूरी
वो चाँद नहीं तो ये चांदनी अधूरी
मौसम में अदाएं लगे बिन तेरे अधूरी
बगैर तेरे उसकी शोकी उसकी रवानी अधूरी
हो साथ तुम मेरे तो लगता है हूँ मैं पूरी
जो तुम साथ नही तो ये जवानी अधूरी
तेरे फरेब ने मेरी तमन्नाएं कुचली
तेरी मोहब्बत की हर वो निशानी अधूरी
पल पल बदलती छलती इस दुनिया में
मैं अकेली और तेरी मुझपर मेहेरबानी अधूरी!!
2 comments:
बहुत सराहनीय प्रस्तुति.
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http://madanmohansaxena.blogspot.in/
@madan ji ...
thanks alot sir for ur appreaciation ! :)
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